हिन्दी को नित पढ़ने की, पढ़ाने की अभिलाषा है | गर्व है हम भारतीयों को, हिन्दी राष्ट्र की भाषा है || उड़े गगन में दूर तलक, जमीं हमेशा याद रहे,…
Category: हिंदी दिवस
कलयुगी लाल – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
बुढ़ापे की सहारा हेतु बहुत ही जतन से, संतान को बड़ा करें, लोग यहाँ पोस-पाल। जब रोजगार मिले, जीवन में कली खिले, बाहर जा बस जाता, अलग गलाता दाल। माता-पिता…
हिंदी की थाती – विनय विश्वा
हिंदी हिंदुस्तान की या हिंदुत्व या भाषा! जिसमें आशाएं बहुत हैं बशर्ते की वह ओढ़ा हुआ न हो उसका अपना स्वाभिमान हो अपनी तरह से जीने की कबीर,सांकृत्यायन,निराला, नागार्जुन की…
हिंदी है हमारी शान – एस.के.पूनम
अजर अमर शैली, भाषा है गौरवशाली, देवगण उवाचते,धरा पर पहचान। सरल सरस वाणी, अपनाया हर ज्ञानी, शब्दावली बना कर,पिरोया मधुर गान। अथाह सागर हिंदी, मिल रहा अधिगम, विस्तारित चहुंमुखी,जगत में…
हिंदी – स्नेहलता द्विवेदी
हिंदी ! सहज सृजन की कुंजी, भावगम्य मनमोहक पूंजी। सुरम्य गीत संगीत सुधारस तृप्ति, कथा पटकथा चलचित्र समग्र सृष्टि। हिंदी! स्वर व्यंजन वर्ण , शब्द विन्यास बहुरंग। सरल सुलेख्य सुपाठ्य,…
मैं हिंदी हूँ-संजय कुमार
मैं हिंदी हूँ भारत माता की ललाट पर देदीप्यमान एक बिंदी हूँ, मैं हिंदी हूँ। भाषाओं की हूँ सिरमौर प्रसार मेरा है हर ओर हर देश मे फैली हूँ मैं…
भारत की बिन्दी-विनय विश्वा
मैं हिन्दी हूं जननी जन्मभूमि मातृभाषा हूं खड़ी बोली खड़ी होकर मर्यादित,अविचल आधार हूं मैं भारत की श्रृंगार हूं। इतिहास से लेकर अब तक मैं सिंध से हिन्द, हिन्दी कहलाई…
देश है एक-दीपा वर्मा
देश है एक, भाषाएँ अनेक। जिसमें हिंदी है एक, मातृ भाषा कहलाती है। देश प्रेम दर्शाती है, अभिव्यक्ति का मुख्य साधन है, भाषाओं की जननी है। मन की बात तुरंत…
हिंदी हृदय की वाणी है-नीतू रानी
हिंदी हृदय की वाणी है, बचपन में मैंने सुनी अपनी नानी से हिंदी में नयी कहानी है । भाषा की जननी है हिंदी , साहित्य की गरिमा हिंदी , जन…
हिन्दी आज निशब्द है-सुरेश कुमार गौरव
तब देश के भाषा की जननी और गौरव थी हिन्दी भाषा! जब समृद्ध हुई तब नाम मिली भारतभूमि की मातृभाषा !! चहुं ओर पहुंचकर हिन्दी भाषा जन-जन की पुकार बनी…