हे गुरुवर-दिलीप कुमार गुप्ता

हे गुरुवर  जब था मन कोरा मेरा कलम पकड़ना आपने सिखाया आरी तिरछी लकीरों से गुरूवर ने सुलेख लिखाया रोम रोम कृतज्ञ गुरूवर आपके अनंत उपकारों से जीवन आज बना…

गुरु महिमा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि

गुरु महिमा  है गुरूदेव की महिमा अपार भैया, इसको माना है सारा संसार भैया। गुरु के चरणों में काबा-काशी, चाहे गृहस्थ हो या संन्यासी। सबका हुआ है बेड़ा पार भैया,…

गुरुवर सच्चे कर्णधार-देव कांत मिश्र दिव्य

गुरूवर सच्चे कर्णधार गुरूवर तुम सच्चे कर्णधार सारे शिष्यों का बहुत भार। दिव्य ज्ञान की जोत जलाकर निशिवासर करते उपकार ।। गुरूवर……….. ‌ पूजनीय तुम वंदनीय हो तुम हो अजस्र…

आदर्श गुरु-एकलव्य

आदर्श गुरु आदर्श रथ जब गुरु पा जाता जग आदर्श तभी पा जाता अपने ही कर्मों के मूल्य पर कर्म जगत है बतला देता।। भेद यहाँ नहीं पाए कोई अर्जुन…

शिक्षक-अनुज कुमार वर्मा

शिक्षक  शिक्षक हैं, ज्ञान का सागर, करते हैं, प्रतिभा उजागर। वह होते हैं, ज्ञान दाता, तभी कहलाते रास्ट्र-निर्माता। शांत चित्त, सौम्य व्यवहार, उदार मन, छवि ईमानदार। सार्थक अपनी मेहनत करते,…

गुरुवंदन-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव

गुरुवंदन स्वीकार करें वंदन मेरे गुरूजन शब्द नहीं कि मैं लिख पाऊँ  करुँ हृदय से मैं अभिनंदन। जग में महिमा है गुरूवर की कानन बीच जैसे हो चंदन स्वीकार करें…

दोहे-निधि चौधरी

दोहे गुरु ब्रह्मा अवतार है, गुरु ही विष्णु रूप। गुरु सागर है ज्ञान का, गुरु पिता स्वरूप।। बन अज्ञानी फिरे जगत, लाख रहे अनजान। शीश चरण में राखिए, हो जा…