मैं हूँ कितना भाग्यवान मैं हूँ कितना भाग्यवान जिसे मिला इतना सम्मान पढ़-लिखकर नाम रोशन किया माँ-बाप का नाम उजगार किया धैर्य साहस है सफलता की कुंजी यही है जीवन…
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ऋतुराज की आली-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा
ऋतुराज की आली अमुआ की डाली पर बैठी मैना से यह कोयल बोली, सात रंग आँखों में लेकर लो आ गई ऋतुराज की आली। देख उसे ले पवन हिलोरे “कानन”…
होली-विजय सिंह नीलकण्ठ
होली रंगों की बौछार लेकर देखो आई है होली साथ अबीर का थाल लेकर देखो आई है होली। साथ में मिलकर निकल चुके हैं देखो बच्चों की टोली हर कर…
कोरोना के बाद-गिरिधर कुमार
कोरोना के बाद और जीत ही गया है जीवन बच्चों की किलकारियां फिर से गूँज पड़ी है स्कूलों में इन अरमानों ने कोरोना को पीछे धकेल दिया है यही शाश्वत…
विद्यालय में चहल पहल-प्रियंका कुमारी
विद्यालय में चहल पहल विद्यालय का पूरा प्रांगण जैसे खुशियों से मुस्कुरा रहा है, बच्चे मन में उत्साह भरे विद्यालय पहुंच रहे हैं, रंग-बिरंगे मास्क पहने, होठों की मुस्कुराहट को…
होली-लवली वर्मा
होली होली रंगों का त्योहार, फाल्गुन का पर्व विशेष। उड़ते रंग और गुलाल, मिट जाते हैं द्वेष-क्लेश। अच्छाई की जीत दर्शाता, होलिका दहन होता विशिष्ट। अनुराग होता चहुं ओर, उड़ते…
फिर से विद्यालय में-भोला प्रसाद शर्मा
फिर से विद्यालय में अरे! चल-चल-चल-चल मेरे भाई, करली खूब मस्ती अब करले तू पढ़ाई। फिर से अब खुल जाऐंगे विद्यालय हमारे, आयेंगे रोज हम बच्चे भी सब प्यारे। पापा…
प्रकृति का श्रृंगार बसंत-भवानंद सिंह
प्रकृति का श्रृंगार बसंत बह रही है वासंती बयार भिनी-भिनी खुशबू बिखेरती, चले पवन हर डार-डार हिय से करूँ इसका आभार। नव पल्लव लग जाते हैं वृक्ष और लताओं में,…
प्रकृति बासंती रंग में रंगाई-अपराजिता कुमारी
प्रकृति बासंती रंग में रंगाई शीत शरद की हो रही विदाई धरती मानो ले रही अंगड़ाई ऋतुराज की हो रही अगुवाई प्रकृति बासंती रंग में रंगाई। गुनगुनी धूप, स्नेहिल हवा…
चिड़ियाँ रानी-प्रीति कुमारी
चिड़ियाँ रानी ची-ची करती आई चिडियाँ, दाना चुन चुन लाई चिडियाँ । कभी थिरकती कभी मटकती आसमान में वो उड़ जाती डाल डाल और पात पात पर चिडियाँ रानी फुदक-फुदक…