विद्यालय में चहल पहल-प्रियंका कुमारी

विद्यालय में चहल पहल विद्यालय का पूरा प्रांगण जैसे खुशियों से मुस्कुरा रहा है,  बच्चे मन में उत्साह भरे विद्यालय पहुंच रहे हैं,  रंग-बिरंगे मास्क पहने, होठों की मुस्कुराहट को…

होली-लवली वर्मा

होली होली रंगों का त्योहार, फाल्गुन का पर्व विशेष। उड़ते रंग और गुलाल, मिट जाते हैं द्वेष-क्लेश। अच्छाई की जीत दर्शाता, होलिका दहन होता विशिष्ट। अनुराग होता चहुं ओर, उड़ते…

फिर से विद्यालय में-भोला प्रसाद शर्मा 

फिर से विद्यालय में अरे! चल-चल-चल-चल मेरे भाई, करली खूब मस्ती अब करले तू पढ़ाई।  फिर से अब खुल जाऐंगे विद्यालय हमारे, आयेंगे रोज हम बच्चे भी सब प्यारे। पापा…

प्रकृति का श्रृंगार बसंत-भवानंद सिंह

प्रकृति का श्रृंगार बसंत  बह रही है वासंती बयार भिनी-भिनी खुशबू बिखेरती, चले पवन हर डार-डार हिय से करूँ इसका आभार। नव पल्लव लग जाते हैं वृक्ष और लताओं में,…

प्रकृति बासंती रंग में रंगाई-अपराजिता कुमारी

प्रकृति बासंती रंग में रंगाई शीत शरद की हो रही विदाई धरती मानो ले रही अंगड़ाई ऋतुराज की हो रही अगुवाई प्रकृति बासंती रंग में रंगाई।  गुनगुनी धूप, स्नेहिल हवा…

चिड़ियाँ रानी-प्रीति कुमारी

चिड़ियाँ रानी ची-ची करती आई चिडियाँ, दाना चुन चुन लाई चिडियाँ । कभी थिरकती कभी मटकती आसमान में वो उड़ जाती डाल डाल और पात पात पर चिडियाँ रानी फुदक-फुदक…

ॠतुराज वसंत-नरेश कुमार “निराला”

ॠतुराज वसंत शिशिर गये मधुमास आये बहने लगी वासंती बयार, मौसम अब तो हुआ सुहावना चमन में खिले कलियाँ हजार। विद्या की देवी सरस्वती माता वसंत पंचमी को आती है,…