मोक्ष की प्रतीक्षा थक जाता जब मानव का तन मन ईश्वर से मोक्ष दिलाने को करता नमन लेकिन आत्मा है उसे पुकारती, उसे धिक्कारती क्या चलने के पहले कुछ…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
डरो मत तुम कोरोना भगाओ-मनु कुमारी
डरो मत तुम कोरोना भगाओ सखी सहेली भाई बहना, कोरोना से तुम यूँ डरो ना , भले ना बनी कोई सटीक दवा, सावधानी बरत स्वच्छता अपनाओ, हाथ धोने के पाँच…
गाँधी को गढ़ना होगा-स्नेहलता द्विवेदी आर्या
गाँधी को गढ़ना होगा मानवता के मनोभाव को निर्मल से करने के लिए, मधुर जीवन के सरस भाव को अमृतमय करने के लिए, समभाव और सहजयोग में मानव को रचने…
रक्षाबंधन-संयुक्ता कुमारी
रक्षाबंधन सावन पूर्णिमा में राखी का त्यौहार । बहनों के मन में है छाया बहार ।🌸 हर बहन को भाई से है अटूट प्यार। आया राखी का पावन त्यौहार ।।…
रक्षाबंधन-दिलीप कुमार गुप्ता
रक्षा बंधन सुमधुर स्नेहिल प्रीत का विश्वास भरा पावन बंधन बांध कलाई रेशम की डोरी शुभ संस्कार भरा रक्षा बंधन । सुमंगल थाल सजाती बहना भैया हर पल हिय मे…
खड़ी है तेरे द्वार बहना-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
खड़ी है तेरे द्वार बहना धागा रक्षा के बांधे तेरे हाथ बहना, राजा भैया तू हर युग में साथ रहना। नित् दिन रहती आश लगाए, सोचती कब शुभ दिन ये…
रक्षाबंधन में बहन की पुकार-प्रियंका कुमारी
रक्षाबंधन में बहन की पुकार रक्षाबंधन है यह अटूट एवं पवित्र भाई बहनों के रिश्तो का त्यौहार, बहन अपने भाई की कलाई पर बांधती है उम्मीद भरा प्यार , सर…
अदृश्य मित्र-विजय सिंह नीलकण्ठ
अदृश्य मित्र अदृश्य मित्र भी कभी-कभी आ जाते हैं सबके काम ऐसी महानता उनमें होती छुपा के रखे अपना नाम । विपत्तियों में साथ निभाते सम्पत्तियाँ देख प्रसन्न हो जाते…
मित्र महान-विजय सिंह नीलकण्ठ
मित्र महान मन की बात परखने वाले ही कहलाते सच्चे मित्र चारों दिशाओं में नाम फैलाकर बना देते हैं जैसे इत्र । सुख-दुःख में साथ निभाए कहलाते वे सच्चे मित्र…
मित्र-अवनीश कुमार
मित्र मित्र वह जो मन की बात को पढ़ ले मित्र वह जो सारे जहां में एक अनमोल रिश्ता गढ़ ले मित्र वह जो हमारे सारे दोष को आईने की…