फूल-मनु कुमारी

फूल हरे भरे बगिया में खिले हैं देखो रंग बिरंगे फूल इनकी सुन्दरता से बच्चे सुध बुध जाये अपनी भूल नित दिन सूरज के किरणों संग मुस्काते यह प्यारे फूल…

अनुशासन-लवली वर्मा

अनुशासन स्वयं का स्वयं पर अनुशासन, कहलाता है, अनुशासन। महत्व इसका है, बहुत बड़ा, है मनुष्य इससे ही आगे बढ़ा। हर क्षेत्र में है महत्व इसका, जीवन इससे सार्थक बन…

विद्यालय गाथा-राजेश कुमार

विद्यालय गाथा इच्छाशक्ति का ज्वलंत एक रूप है। मध्य विद्यालय नंदनी बेहद अनूप है।। संपूर्ण भारतवर्ष में इसकी कहानी है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की निशानी है।। श्री सितारी बाबा की रखी…

हिंदी देश की पहचान-नरेश कुमार निराला

हिंदी देश की पहचान हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भारत की यह शान है, हिन्दी से जगमग हम सब का प्यारा हिन्दुस्तान है। तुलसी, कबीर, नानक के जैसे कविवर यहाँ महान है,…

शपथ हूँ-एकलव्य

शपथ हूँ प्रतिवर्ष 14 सितंबर को तुझे याद करता हूँ, तुम राजभाषा हो राष्ट्रभाषा बनाने की बात करता हूँ,  सम्मान समारोह के द्वारा तुझे एक बार फिर से याद करने…

हिन्दी-मनोज कुमार दुबे

हिन्दी भले हिन्दी में नंबर कम आते हैं। अंग्रेजी बोलने से भी घबराते हैं।। फिर भी अंग्रेजी के लिए जोर लगाते हैं। क्योंकि हम हिन्दी बोलने से शर्माते हैं।। इंग्लिश…

हे सृजनहार सुन लो पुकार-देव कांत मिश्र दिव्य

हे सृजनहार सुन ले पुकार हे सृजनहार ! मेरी सुन ले पुकार हिय में बहे सदा प्रेम की बयार।। निर्मल और शुद्ध होवे व्यवहार कर सकूंँ प्राणियों से सम प्यार।।…