तन की सफाई तन के अंगों की साफ सफाई जन जीवन की दिनचर्या हो स्वस्थ निरोग शरीर रहेगा कोई बीमारी कभी न हो। पग से लेकर शीश तलक हर अंग…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
समय-प्रियंका कुमारी
समय समय सबसे कहता, मैं हूं बड़ा बलवान। मुझे कोई पकड़ न पाता, मेरा न कोई अपना पराया होता, लौटकर भी मैं कभी न आता, मैं निरंतर चलते रहता, मेरे…
सफलता का मुकाम-नूतन कुमारी
सफलता का मुकाम परिस्थितियां अनुकूल न हो तो, कुछ पा लेना आसान नहीं, गर मिल जाए जो, आसानी से, है वह कोई बेहतर मुकाम नहीं। लेखा-जोखा सब छोड़ यहाँ, मंजिल…
आओ ये संदेश सुनाएँ-प्रकाश प्रभात
आओ ये संदेश सुनाएँ हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा अपनाएँ, आओ हम मिलकर ईंधन बचाएँ। जैव ईंधन पर निर्भरता कराएँ, आओ स्वच्छ वातावरण बनाएँ। एलपीजी को सशक्त बनाएँ , आओ इसकी…
नदारद-मनोज कुमार पांडेय
नदारद आया दौर फ्लैट कल्चर का, देहरी, आंगन, धूप नदारद। हर छत पर पानी की टंकी, ताल, तलैया, कूप नदारद।। पैकिंग वाले चावल, दालें, डलिया, चलनी, सूप नदारद।। बढ़ीं गाड़ियां,…
हे नूतनवर्ष-मनु कुमारी
हे नूतनवर्ष हे! पावन, मधुरम, मंगलकारिणी नूतनवर्ष, करते हैं हम सभी आपका हृदय से स्वागत। तुम आए हो, सभी के मन में, एक नयी सुबह लेकर। दुखों के बादल को…
स्वच्छता है अच्छी आदतें- नरेश कुमार ‘निराला’
स्वच्छता है अच्छी आदतें आओ प्यारे हम सब मिलकर स्वच्छता पर कुछ काम करें, वातावरण को शुद्ध बनाकर विश्व में भारत का नाम करें। गाँव-गाँव और टोले-मुहल्ले में स्वच्छता का…
टीचर्स ऑफ बिहार-विजय सिंह नीलकण्ठ
टीचर्स ऑफ बिहार धूमिल हो रही थी योग्यता सरकारी आचार्य की जिसे जगत के आगे लाकर जिसने हम पर उपकार की नाम उनका सभी जानते टीचर्स ऑफ बिहार की। विद्यालय…
शुक्रिया टीचर्स ऑफ बिहार परिवार-कुमार संदीप
शुक्रिया टीचर्स ऑफ बिहार परिवार शुक्रिया! टीचर्स ऑफ बिहार परिवार शिक्षकों को एक अनुपम मंच देने हेतु शुक्रिया! टीचर्स ऑफ बिहार परिवार। हमारे अंदर मौजूद हौसले को पंख देने हेतु…
टी.ओ.बी तेरा आभार-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव
टी.ओ.बी तेरा आभार बस सीखा था हमने चलना न थी मंजिल न आधार , “राह” दिखाया तुमने हमको टी.ओ.बी तेरा आभार। एक टुकड़ा कोरा कागज का एक लेखनी थी मेरे…