बाल अधिकार आओ बच्चो तुम्हें बताएँ तेरे ये अधिकार, एसे तो होते है बच्चे अनेकों अधिकार, पर होते अधिकार ये बच्चे मुख्य रूप से चार। आओ बच्चों तुम्हे बता दे…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
बातें बच्चों के अधिकार की-अपराजिता कुमारी
बातें बच्चों के अधिकार की 👧🏻आओ बच्चों हम सब जाने बातें बच्चों के अधिकार की 🧒🏻20 नवंबर पूरा विश्व बाल दिवस मनाता सब को बातें बताता बच्चों के अधिकार की…
नौनिहाल-दिलीप कुमार गुप्ता
नौनिहाल बचपन जीवन का आधार परमपिता का अनुपम उपहार सतरंगी आभा नभ का निर्मल मन हो जैसे सबका । पल में रोना पल में विहँसना कटुता बीच मिश्री का घुलना…
बाल मन-अर्चना गुप्ता
बाल मन बाल मन होते कोमल निश्छल मुस्काते नैन ज्यों कुसुम कमल मन के होते स्वच्छ-भोले-सच्चे ज्यों व्याप्त श्वेत हिमगिरि धवल मुखमंडल पर अति मधुर मुस्कान उनके हिय विराजें सदा…
हमारा अधिकार-भोला प्रसाद शर्मा
हमारा अधिकार जीवन है आधार हमारा जीना है अधिकार हमारा निर्मल जल की जैसी स्वच्छ धारा समर्पित हो व्यवहार हमारा जीवन रक्षा महत्वपूर्ण अधिकार हमारा दीन-दुखियों पे मत करना अत्याचार…
बाल अधिकार-मधु कुमारी
बाल अधिकार छोटे-छोटे, नन्हें-नन्हें प्यारे-प्यारे दिल के सच्चे बच्चे करते अपने सपने साकार कोमल-कोमल, कोंपल जैसे भोले भाले दे दो इनको इनका हीं “बाल अधिकार” । खेलो-कूदो धूम मचाओ करो…
सारे जहां से अच्छे चाचा-अवनीश कुमार
सारे जहां से अच्छे चाचा सारे जहां से अच्छे चाचा चाचा नेहरू जाने जाते पंडित नेहरू कहे जाते बच्चों के दुलारे माने जाते सारे हिंदुस्तान में बच्चों की जुबान में।…
पंडित नेहरू और बाल दिवस-शुकदेव पाठक
पंडित नेहरू और बाल दिवस बच्चों के लिए इसे खास बनाएं आओ सभी बाल दिवस मनाएं। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू हुए नेहरू जी को था अंतर्मन से…
बाल अधिकार-मधुमिता
बाल अधिकार चाचा नेहरू के प्यारे ओ देश के दुलारे प्यारे बच्चे हमारे जानो, क्या अधिकार हैं तुम्हारे… जीवन जीने का अधिकार जीयो जी भरके अपना जीवन बाल श्रम में…
बचपन हमें जीने दो-स्वाति सौरभ
बचपन हमें जीने दो किताबों की बोझ तले, न बचपन हमारा दबने दो। कागज की कश्ती से ही, विचारों की धारा में बहने दो।। भीगने दो बारिश की बूंदों में,…