सर्दी आई-अशोक कुमार

सर्दी आई सर्दी आई सर्दी आई, ठंडी ठंडी हवा बहती पुरवाई। कप कपाती ठंडी हवाएँ, सूरज की नई किरण है लाई।। बूढ़े, बच्चे घरों में दुबके, सूनी पड़ी अंगनाई। गरम…

गाँव-भवानंद सिंह

गाँव  भारत गाँव का देश है यहाँ गाँव ही गाँव है, कच्ची सड़कें हैं पगडंडियाँ हैं । भारत गाँव का देश है यहाँ विशुद्ध हवाएँ हैं, शुद्ध पर्यावरण है हँसती…

बनारस-अवनीश कुमार

बनारस बनारस है देश की शान इसका बड़ा है मान-सम्मान यहाँ का पान बड़ा मशहूर न खाये बिना कोई जाए हजूर। उत्तम शिक्षा यहाँ है मिलता बी० एच० यू० इसका…

बिटिया रानी-अर्चना गुप्ता

बिटिया रानी सुन लो प्यारी मेरी बिटिया रानी आओ सुनाऊँ तुझे मैं एक कहानी नन्हें पाँव तेरे जब पड़े घर-अँगना हँसती ऐसे जैसे बहे दरिया नूरानी प्रस्फुटित होता तुझसे ही…

बाल श्रमिकों की पुकार-अपराजिता कुमारी

बाल श्रमिकों की पुकार 👧🏻हम बच्चे भी तो भविष्य देश के बालश्रम क्या देश के भविष्य पर प्रतिघात नहीं 🧒🏻हमें भी दे दो ना, जीने, खेलने, पढ़ने को दे दो…

सब मिल चलो पेड़ लगाएँ-नरेश कुमार निराला

सब मिल चलो पेड़ लगाएँ  सब मिल चलो पेड़ लगाएँ  भारत भूमि को स्वर्ग बनाएँ  वसुधा पर हरियाली फैलाकर वायु को हम स्वच्छ बनाएँ। वसंती हवा के शीतल झोंके चारों…

मोह-प्रीति कुमारी

मोह माया से भरी इस दुनियाँ में जीना इतना आसान नहीं हर राह भरे हैं काँटों से चलना इतना आसान नहीं। पग पग पर मिलती मुसीबतों से लड़ना इतना आसान…