समावेशी शिक्षा समावेशी शिक्षा की संकल्पना दिव्यांगजन अधिकार कानून है अपना समावेशी शिक्षा की है अवधारणा सरल, सरस, समरस शिक्षा प्राप्त हो अपना समानता, मधुरता का पाठ पढ़ाता नई दृष्टि…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
पढ़ लिख जाने दो ना-अपराजिता कुमारी
पढ़ लिख जाने दो ना बाबा करो अभी न शादी थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना, तन तो है गीली मिट्टी पूरी तो गढ़ जाने दो ना, मन भी…
वरदराज की कहानी-सुधीर कुमार
वरदराज की कहानी आओ बच्चों, तुम्हें सुनाता, हूंँ मैं एक कहानी आज। गुरुकुल में एक बालक रहता, नाम था जिसका वरदराज। पढ़ने में रुचि नहीं थी उसकी, था विद्या से…
हम शिक्षक-संयुक्ता कुमारी
हम शिक्षक हाँ हम शिक्षक हैं ……. मन में एक संकल्प लेकर आएँ । लाख विघ्न हो रास्ते में…… शिक्षा का दीप जलाएँ । हर शहर हर गाँव में …..…
बच्चों डरो मत मुश्किलों से-कुमार संदीप
बच्चों डरो मत मुश्किलों से बच्चों, किंतु परंतु नामक शब्द ज़िंदगी से निकालकर तुम आगे बढ़ो कुछ अलग करने का संकल्प लो किसी भी परिस्थिति में मुश्किलों से मत डरो।।…
योग का महत्व-रीना कुमारी
योग का महत्व आओ बच्चो ! योग करे हम, जीवन में सदा स्वस्थ रहे हम। योग से जीवन अच्छा बनता, जीवन इससे है चलता रहता। बच्चों जानों योग ही है…
स्वर को जाने-प्रियंका कुमारी
स्वर को जाने आओ बच्चे मिलकर हम खेल-खेल में कुछ शब्द बनाएँ और करें उसका गुणगान । अ —-अनार शरीर में खून बनता है खाने से अनार, जिससे हम स्वस्थ…
सीखना-सिखाना-प्रकाश प्रभात
सीखना-सिखाना सीखना-सिखाना है मानव का काम, जन-मानस में हो शिक्षा का ज्ञान। सीखने की परंपरा हो विकसित, रहे न कोई भी यहाँ अशिक्षित। सीखना-सिखाना है जिसका काम, दुनियाँ में होता…
सीख-नूतन कुमारी
सीख मुसाफ़िर वो नहीं होता, जो केवल बन पथिक गुजरे, वही अंगार अनुपम हो, कमल-पद की, निशां छोड़े। गुज़रते पल को मत झाँको, यही अनुभव सिखाता है, जीवन को मान…
शरद पवन-मनोज कुमार दुबे
शरद पवन यह शरद पवन मतवाली है चहूं ओर कुहासा धुंध लिए दिखता नही सूरज किरण लिए अग्नि के लपटों से सटकर जीवन की साथ बस खाली है यह शरद…