मीठी बोली कड़वी बोली से मानव, संसार में अपयश पाता है। मीठी बोली से हीं वह तीनों लोकों में यश पाता है।। काँव- काँव करके कौआ न, किसी के मन…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
मीठी वाणी-एम एस हुसैन कैमूरी
मिठी वाणी मिठी वाणी होती है बड़ी ही प्यारी इससे हो जाते दूर द्वेष, क्लेश सारी। मिठी बोली जान है यही आत्म सम्मान है सभ्यता, संस्कृति की यही एक पहचान…
जीवन-लवली वर्मा
जीवन जीवन एक उत्सव है, जीवन एक त्यौहार है। मिला जो मनुष्य तन, ईश्वर को नमस्कार है। 🌹🌹🌹🌹🌹 जीवन के हर पल को, खुशी होकर है जीना। ऐसा बन जाए…
पेड़-रानी कुमारी
पेड़ सारी सृष्टि सुशोभित मुझसे युगों-युगों से राज है मेरा न जाने कितनी कहाँनियाँ समाहित है मुझमें आज मैं अपने बारे में कुछ बतलाता हूँ हाँ, मैं एक पेड़ कहलाता…
सहयोगी-विजय सिंह नीलकण्ठ
सहयोगी बिन सहयोगी एक पल भी जीना मुश्किल हो जाता है भाई बहन व बेटा बेटी पत्नी सह पिता व माता है। कर सहयोग एक दूजे का खुशियों में समय…
सदाचार-देव कांत मिश्र दिव्य
सदाचार सदाचार का गुण अपनाएँ सच्ची पूँजी इसे बतलाएँ। अमित तोष आनंद बढ़ेगा जीवन मधुरिम और दिखेगा।। अमिय समान बहुत गुणकारी है आभूषण असली प्यारी। मीठे वचन सभी से बोलें…
भारतीय किसान-भवानंद सिंह
भारतीय किसान हमारे कृषकों को आराम नहीं है रहता उसको हरदम काम, फसल लगाना, अन्न उगाना है उसका ये मुख्य काम । जेठ की तपती गर्मी में करते खेतों में…
नवल किरण-अशोक कुमार
नवल किरण सुबह हुई उजियार हुआ जग, नवल किरण है आई। खाट छोड़ सब आलस त्यागो, नवीन पथ पर चलना है भाई।। आलस्य छोड़ किसान चला खेतों पर, धरा को…
संकल्प-अर्चना गुप्ता
संकल्प एक दूजे संग संकल्प जगाकर मन में इक विश्वास बनाकर राहों की अनगिन बाधा हटाने एक दृढ़ प्रतिज्ञा मन में बिठाकर प्रेम-सद्भाव, दया-सौहार्द्र संग इक दीपक नया जलाना होगा…
परिवार से हमारी पहचान-अपराजिता कुमारी
परिवार से हमारी पहचान परिवार से हमारी पहचान यह तो है जीवन को वरदान सहनशीलता, धैर्य, त्याग, तपस्या से होता है, इसका निर्माण आत्मीयता, प्रेम, मोह, नैतिकता, समर्पण से बनता…