आदर्श सुनने में लगता सरल लेकिन रहता काफी विरल पर जिसके पीछे लग जाए बना दे उसे निर्मल। गाँव शहर व विद्यालय मानव के पीछे भी लगते चर्चाएँ होने लगती…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
नारी शक्ति-प्रियंका कुमारी
नारी शक्ति नारी शक्ति तुझे कोई समझ न पाया है, कभी बनती अबला, तो कभी बनती तू अंगारा है। वक्त के साथ कहते हैं किसे परिवर्तन, यह संसार तुझसे सीख…
जीवन पथ-प्रीति कुमारी
जीवन-पथ जीवन-पथ है अनजान डगर , चलना इसपर है संभल-संभल । नित नयी चुनौतियाँ आएँगी, सामना करेंगे हम डटकर । इस जग का हम कल्याण करें, जन-मानस का निर्माण करें,…
फूल-मनु कुमारी
फूल हरे भरे बगिया में खिले हैं देखो रंग बिरंगे फूल इनकी सुन्दरता से बच्चे सुध बुध जाये अपनी भूल नित दिन सूरज के किरणों संग मुस्काते यह प्यारे फूल…
अनुशासन-लवली वर्मा
अनुशासन स्वयं का स्वयं पर अनुशासन, कहलाता है, अनुशासन। महत्व इसका है, बहुत बड़ा, है मनुष्य इससे ही आगे बढ़ा। हर क्षेत्र में है महत्व इसका, जीवन इससे सार्थक बन…
विद्यालय गाथा-राजेश कुमार
विद्यालय गाथा इच्छाशक्ति का ज्वलंत एक रूप है। मध्य विद्यालय नंदनी बेहद अनूप है।। संपूर्ण भारतवर्ष में इसकी कहानी है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की निशानी है।। श्री सितारी बाबा की रखी…
एक नई शुरूआत-दिलीप कुमार गुप्ता
एक नई शुरुआत हर शाम के बाद स्वर्णिम प्रभात है गुलामी नीरवता से मुक्ति आजादी की बयार है मिलन बाद विछोह पुनर्मिलन की आस है मृत्यु के साथ ही नव…
हिन्दी भाषा-प्रकाश प्रभात
हिन्दी भाषा हिन्दी हम सबों की राष्ट्रभाषा है ! जिनसे हम सबों की अभिलाषा है!! हिन्दी हमारी शान है, विश्व में जिसकी पहचान है । हिन्दी से हैं हम, उर्दू…
हिंदी देश की पहचान-नरेश कुमार निराला
हिंदी देश की पहचान हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भारत की यह शान है, हिन्दी से जगमग हम सब का प्यारा हिन्दुस्तान है। तुलसी, कबीर, नानक के जैसे कविवर यहाँ महान है,…
शपथ हूँ-एकलव्य
शपथ हूँ प्रतिवर्ष 14 सितंबर को तुझे याद करता हूँ, तुम राजभाषा हो राष्ट्रभाषा बनाने की बात करता हूँ, सम्मान समारोह के द्वारा तुझे एक बार फिर से याद करने…