कौन कहते कि बच्चे पढ़ते नहीं बुद्धिजीवी होना कुछेक की मुद्दत होती है, अनुकरण करना बच्चों की फितरत होती है, शिद्दत से हम उन्हें समझाते नहीं, कौन कहते हैं बच्चे…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
गणित सीखें-शफक फातमा
गणित सीखें आओ बच्चों सीखें गणित इसमें है अब सबका हित। इकाई दहाई पर पहले ध्यान फिर हो जोड़ घटाओ का ज्ञान। गुणा के बाद भाग की क्रिया सरलीकरण की…
कोरोना से जंग-लवली वर्मा
कोरोना से जंग थम सी गयी है जिंदगी, रुक गए हैं जैसे कदम। जिनसे मिल लिया करते थे हमेशा, उनसे मिलना हुआ दुर्गम।। कोरोना ने जन-जीवन को किया त्रस्त, जाने…
कर्मों का लेख-कुमकुम कुमारी
कर्मो का लेख खता तो हमने बहुत बड़ी की है तभी तो कुदरत ने इतनी बड़ी सजा हमें दी है कोरोना तो मात्र एक बहाना है, भटके हुए इंसान को…
सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय-कुमकुम कुमारी
सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय सदियों पूर्व हमारे शास्त्र ने यही तो हमें बताया है सर्वे भवन्तु सुखिनः का पाठ हमें पढ़ाया है सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय भारतीय संस्कृति में समाया…
संख्या-एकलव्य
संख्या शून्य से नौ तक को अंक सभी कहता है कुल मिलाकर उनको दस अंक बनता है। रूप विभिन्न होते बच्चों क्रमशः उनको आप जानो जोड़ा सम बेजोड़ विषम फिर…
शून्य-एकलव्य
शून्य अंको में बड़ा शान है शून्य मेरा नाम है ना मैं धन ना मैं ऋण मध्य बैठ संख्या रेखा पर संख्या रेखा समझाती हूँ बायीं ओर ऋण संख्या होती…
कर्म ही पूजा है-प्रियंका कुमारी
कर्म ही पूजा है कर्म ही पूजा है, जाने हर इंसान, फिर भी अपने कर्मों के परिणाम से, तू क्यों डरता है इंसान, जीवन के सुख-दुख के छांव से, क्यों…
बिल्ली मौसी की सगाई-निधि चौधरी
बिल्ली मौसी की सगाई सुनो सुनो सब बहनों भाई, बिल्ली मौसी की है सगाई। जंगल में खुशियाँ छाई, बन्दर मामा बाँट रहे मिठाई। दूल्हा राजा बने हैं बिलार, बाराती है…
मेरी पुस्तकें मेरे मित्र-अपराजिता कुमारी
मेरी पुस्तकें मेरे मित्र मेरी पुस्तकें मेरे मित्र न ये रूठती, न ये साथ छोड़ती डुबोती रहती ये ज्ञान के सागर में पिलाती रहती अमृत की धार करती रहती बातें…