कौन कहते कि बच्चे पढ़ते नहीं-नूतन कुमारी

कौन कहते कि बच्चे पढ़ते नहीं बुद्धिजीवी होना कुछेक की मुद्दत होती है, अनुकरण करना बच्चों की फितरत होती है, शिद्दत से हम उन्हें समझाते नहीं, कौन कहते हैं बच्चे…

सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय-कुमकुम कुमारी

सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय सदियों पूर्व हमारे शास्त्र ने यही तो हमें बताया है सर्वे भवन्तु सुखिनः का पाठ हमें पढ़ाया है सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय भारतीय संस्कृति में समाया…

संख्या-एकलव्य

संख्या शून्य से नौ तक को अंक सभी कहता है कुल मिलाकर उनको दस अंक बनता है। रूप विभिन्न होते बच्चों क्रमशः उनको आप जानो जोड़ा सम बेजोड़ विषम फिर…

शून्य-एकलव्य

शून्य अंको में बड़ा शान है शून्य मेरा नाम है ना मैं धन ना मैं ऋण मध्य बैठ संख्या रेखा पर संख्या रेखा समझाती हूँ  बायीं ओर ऋण संख्या होती…

बिल्ली मौसी की सगाई-निधि चौधरी

बिल्ली मौसी की सगाई सुनो सुनो सब बहनों भाई, बिल्ली मौसी की है सगाई। जंगल में खुशियाँ छाई, बन्दर मामा बाँट रहे मिठाई। दूल्हा राजा बने हैं बिलार, बाराती है…

मेरी पुस्तकें मेरे मित्र-अपराजिता कुमारी

मेरी पुस्तकें मेरे मित्र मेरी पुस्तकें मेरे मित्र न ये रूठती, न ये साथ छोड़ती डुबोती रहती ये ज्ञान के सागर में पिलाती रहती अमृत की धार करती रहती बातें…