चिड़िया
चीं चीं करती आती चिड़िया
पेड़ की डाली सजाती चिड़िया।
फुदक फुदक कर इस डाली से
उस डाली पर जाती चिड़िया।
मुर्गा बांग लगाता है
सबको सुबह जगाता है।
कहे कबूतर गुटरगू
मुर्गा बोले कुकड़ू कू।
ची ची करती आई चिड़िया
चोंच में दाना लाई चिड़िया।
रंग बिरंगे पंख सजीले
छम छम नाचे मोर
टे टे तोता करता शोर।
नदी तालाब झील में
जल विहार करता बत्तख।
कौआ करता कांव-कांव
ची ची करती आई चिड़िया
दाना चुनकर लाई चिड़िया।
कुहू कुहू कोयल गाती
मीठे स्वर से सबको लुभाती।
नदी झील समुद्र किनारे रहता
हंस है शाकाहारी पक्षी।
तिनके चुनकर लाती चिड़िया
घोंसला बनाती चिड़िया।
बगुला झुंड बनाकर रहता
मछली पर है ध्यान लगाता।
छोटी नन्ही प्यारी गौरैया
घर घर में बसेरा करती।
रंग-बिरंगे नन्हे नन्हे पंखों वाली
हवा में अपना पंख फैलाती
दूर-दूर उड़ जाती चिड़िया।
ची ची करती आती चिड़िया
दाना चुनकर लाती चिड़िया।
ब्यूटी कुमारी
मध्य विद्यालय मराँची
बछवाड़ा, बेगूसराय