ईद का त्योहार
ईद का त्योहार है आया
खुशियों की सौगात है लाया
रहमत और बरकत भी खूब
साथ था रमज़ान लेकर आया।
चलो बाज़ार से लाएंँ हम
चलकर चीनी और सेवईयांँ
दूध हमें तो यही मिलेंगे
ले लो मक्खन और मलाईयाँ।
उत्कृष्ट किस्म के सेवईयों से
सज गई है यह बाज़ार
सुरमा और टोपी भी है देखो
और अत्तर भी है खुशबूदार।
हमने भी तो रखे हैं
इस पाक महीने में रोज़ा
तीस दिनों तक है हमने
खुद को भूख प्यास से रोका।
हम जाएंगे अदा करने नमाज़
अपने-अपने घरों से ईदगाह
सबके तन पर होंगे वस्त्र नए
सबके मन में है एक उत्साह।
सारे शिकवे और गिले भुलाकर
देंगे मुबारकबाद गले लगाकर
करेंगे दोस्तों के साथ खरीदारी
अपने अम्मी दादी से ईदी पाकर।
ईद की होती है अपनी एक शान
पहली तारीख है महीना श्अबान
हर शख़्स को करना होता है दान
मिलता उसे जो है असहाय इंसान।
एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियां कैमूर बिहार