माहवारी में स्वच्छता जरूरी
माहवारी शारीरिक क्रिया है
इसको तुम जानो बेटी
बारह वर्ष बाद हर बेटी को
बिल्कुल निश्चित ही है होती।
देख इसे न घबराना है
मात पिता को बतलाना है
छुप छुपकर न कभी रोना है
इससे बस सजग होना है।
इसका समय पॉंच दिन होता
गंदे रक्त का निकास है होता
चिंता करने की बात नहीं कि
शरीर में खून की कमी हो जाता।
इस बात का केवल ध्यान है रखना
मात-पिता से नहीं छुपाना
सूती साफ कपड़े का उपयोग है करना
या स्वच्छ पैड का उपयोग ही करना।
साफ-सुथरे कपड़े है पहनना
हमेशा मन से सामान्य है रहना
स्वस्थ निरोग रहोगी बेटी
नीलकण्ठ का यही है कहना।
विजय सिंह नीलकण्ठ
सदस्य टीओबी टीम
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