विद्यालय का आँगन-अंजलि कुमारी

विद्यालय का आँगन पुनः गूंजेंगे गीत खुशी से, चेतना सत्र के प्रांगण में। पुनः खेलेंगे छात्र-छात्राएं, विद्यालय के आंगन में।। महामारी में कैद हो गया, बचपन चारदीवारी में। शिक्षक माली…

गौरवशाली बिहार-सत्यम कुमार

गौरवशाली बिहार मगध का मौर्य चन्द्रगुप्त हूँ, लिच्छवियों की वैशाली हूँ, आर्यभट्ट का दशमलव हूँ मैं, चाणक्य, अशोक, बिहारी हूँ। रश्मिरथी अंगराज कर्ण हूँ, माँ मैथिली की मिथिला हूँ, महावीर…

कौन कहते कि बच्चे पढते नहीं-नूतन कुमारी 

कौन कहते कि बच्चे पढते नहीं बुद्धिजीवी होना कुछेक की मुद्दत होती है, अनुकरण करना बच्चों की फितरत होती है, शिद्दत से हम उन्हें समझाते नहीं, कौन कहते हैं बच्चे…