नटखट कान्हा मन चंचल साँवला तन, जिनको करता सब नमन। उनको गौ से है मीत, बाँसुरी वादन में है प्रीत। बात अनोखी रखते हैं, ज्ञान की बातें करते हैं।…
मछली रानी-अशोक कुमार
मछली रानी मछली रानी मछली रानी, जीवन है उसका पानी। जल में वह भाग दौड़ करती, ऊपर नीचे तैरा करती।। जल ही उसका घर द्वार, उसमें करती है बाजार।…
मंजिल-अर्चना गुप्ता
मंजिल पथ की बाधाओं से डरकर दुख की झंझाओं से थककर हे पथिक ! तुम हार न जाना बस अनवरत चलते जाना है पहुँच…
वसुधा-डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा
वसुधा मैं “उसर” वसुधा थी जग में जबतक तूझे ना जन्म दिया, किया आबाद “कोख” को मेरे मुझको “माँ” का नाम दिया।। तरू, द्रुम, पेड़, वृक्ष और शाखी यहाँ शृष्टि…
मां नर्मदा-अपराजिता कुमारी
मां नर्मदा पुण्यसलिला मेकलसुता शिवसुता, चिरकुंआरी मां नर्मदा उद्गम हुई मध्य प्रदेश, अमरकंटक अनूपपुर से मां नर्मदा। पर्वतराज मैखल की पुत्री पुण्यदायिनी मां नर्मदा का जन्मदिवस प्रतिवर्ष माघ शुक्ल सप्तमी…
रंग-आंचल शरण
रंग सात रंगों से भरा जीवन, फूलों से खिला वन उपवन। सातों रंग जब मिल जाते, सरस्वती वरन, सफेद कहलाते।। पहला रंग बैंगनी रहता, रंग दूसरा नीला। रंग तीज़ा आसमानी,…
उंगलियां अब व्हाट्सएप चला रही हैं-सैयद जाबिर हुसैन
उंगलियां अब व्हाट्सएप चला रही हैं यह सजा है कि मजा है, ये खुद को भी नही समझ पा रही हैं। उंगलियां अब व्हाट्स_एप चला रही हैं। कभी फेसबुक पर…
सरस्वती वंदना-मनोज कुमार मिश्र
सरस्वती वंदना जय शारदे, जय शारदे, जय शारदे, जय शारदे, दे ज्ञान का वरदान, औऱ अज्ञानता से तार दे।। जय शारदे……।। हम मुढ़ है, अज्ञानी है, अज्ञानता की खान है,…
दोहावली-विनय कुमार ‘ओज’
दोहावली ज्ञान और अनुभव बिना, लगे कठिन सब काज। मेहनत वो बेकार सा, नहीं अगर ये साज़।१। शिखर सफलता के चढ़ो, मत खोना तुम आस। पर पीछे मुड़ देखना, अपने…
चिड़िया की आंख-सुधीर कुमार
चिड़िया की आंख कौरव और पांडव थे, चचेरे भाई जाने जाते। द्रोणाचार्य थे गुरु सबके, जो राज गुरु कहलाते। कौरव और पांडव को वे, सिखलाते धनुष चलाना। उनका था उद्देश्य…