हिन्दी एक शाश्वत भाषा-प्रियंका प्रिया

हिंदी एक शाश्वत भाषा हिंदी है भाषा की जननी, है इसका महत्व अग्रणी। हमारे जीवन नैया की यह है कर्णधार, क्योंकि इसकी है महिमा अपार। इसके साथ आए अनेक विचार,…

हम बच्चे भी तो भविष्य देश के-अपराजिता कुमारी

हम बच्चे भी तो भविष्य देश के हम बच्चे भी तो भविष्य देश के, बालश्रम क्या देश के भविष्य पर प्रतिघात नहीं 🧒🏻हमें भी दे दो ना, खेलने, पढ़ने, प्यार,…

सुन गोरैया-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव

सुन गोरैया  सुन “गोरैया”! तेरे जैसी मैं भी एक चिड़ियाँ होती जब जी करता उड़ते-उड़ते सैर जहान का कर आती । न रहता कोई टोका-टोकी न करता कोई रोका-रोकी फिक्र…

शहर-विनय कुमार ओज

शहर शहरों की रौनक होती भीड़ है पर ये तो सहता रहता पीर है हरित, शांति को ये सदा तरसता पल-पल वाहनों से धुआँ बरसता जहाँ भी देखो शोर-शराबा है…