प्रकाश- अनंद छंद गीत
(मात्रिक १२-१२-१२-१२, १२-१२-१२)
सुमन यहाँ विछा रहें, पथिक चलो अभी।
प्रदीप हम जला रहे, उदास क्यों सभी।।
प्रयास लक्ष्य साधता, कदम बढ़ा जरा।
सफल वही बना सदा, कभी न जो डरा।।
तुम्हें विजय तिलक लगे, उठो अगर कभी।
प्रदीप हम जला रहे, उदास क्यों सभी।।०१।।
उदित रहा जला सदा, हुआ न पस्त है।
सुखी वही यहाँ रहा, न रोग ग्रस्त है।।
रहा न कष्ट भी उसे, बढ़ा कदम जभी।
प्रदीप हम जला रहे, उदास क्यों सभी।।०२।।
विचार ज्ञान दान कर, प्रकाश हम भरें।
उजास कर सकें सदा, घना तिमिर हरें।।
हुँकार भर रहे सभी, निदान है तभी।
प्रदीप हम जला रहे, उदास क्यों सभी।।०३।।
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
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