बालिका शिक्षा
सही गलत का निर्णय सारा, खुद उनके हीं हाथ हो।।
सुखी सदा हो तभी बालिका, जब शिक्षा का साथ हो।।
पहन परिधान जब जाती हैं, संग संकल्प मन लिए।
हर अँधियारा मिट जाती है, जलते ख्वाबों के दिए।।
सभी बालिका इज्जत पाएँ, गौरव उसके माथ हो।
सुखी सदा हो तभी बालिका, जब शिक्षा का साथ हो।।०१।।
करे सामना बाधाओं का, खोज निकाले हल सदा।
रहे आत्मनिर्भर बनकर वह, दे शिक्षा सम्बल सदा।।
निर्मल जीवन जिसका हरपल, बहता बनकर पाथ हो।
सुखी सदा हो तभी बालिका, जब शिक्षा का साथ हो।।०२।।
सुंदर कोमल भाव लिए वह, हर दुविधा से मुक्त हो।
ग्रहण समय से शिक्षा करके, हर सुविधा से युक्त हो।।
उसी बालिका से लगता है, जैसे घर श्री नाथ हो।
सुखी सदा हो तभी बालिका, जब शिक्षा का साथ हो।।०३।।
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
