आओ मिश्रण को अलग करे- अवधेश कुमार

: विज्ञान कविता
आओ मिश्रण को अलग करे,
ये पहल सब मित्रों से करें ।
क्योंकि मिश्रण में छिपा है विज्ञान ,
इसमें छिपा है क्रमबद्ध विशेष ज्ञान ।
जब कपूर और नमक हों संग मिले,
ऊर्ध्वपातन से अलग अलग चले।
जब पानी मे रेत मिल जाता
तब रेत बैठ जाती नीचे शांत अवसाद बनकर ,
छानने से रेत हो जाएगी बाहर ।
पानी में जब घुला हो नमक,
तुरंत आसवित होकर अलग हो जाता ,
या वाष्पीकरण से नमक बनेगा ,
फिर उससे उम्दा आकार बनेगा, क्रिस्टलाईजेशन बनकर।
दूध से मलाई हम निकालें,
मथनी घुमाकर छाँछ बनाये।
जब तेल और पानी का मेल हो ,
सेपरटिंग फनेल से अलग करने का हो खेल ।
लोहे के बुरादे संग हो रेत की गाँठ,
चुंबक खींचे लोहे को अपने साथ।
क्रोमैटोग्राफी रंग दिखाए,
कागज़ पर धारी से रंगों को सजाए।
प्रकृति सिखाती, प्रयोग बताता,
मिश्रण अलग करने का मंत्र समझाता।
ज्ञान और मेहनत जब मिल जाए,
विज्ञान की दुनिया में अपना रंग जमाये ।
प्रस्तुति – अवधेश कुमार , उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय रसुआर , मरौना , सुपौल

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