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Tag: अमरनाथ त्रिवेदी

सच्चा पुरुषार्थ-अमरनाथ त्रिवेदी

सच्चा पुरुषार्थ-अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 25, 20220

है पुरुष वही सच्चा जिसमे , पुरुषार्थ भरा हो तन – मन मे । जीवन जीता हो परहित में , न बैर रखता अन्तर्मन में । प्रतिपालक हैं भगवान सभी…

मानव दर्शन – अमरनाथ  त्रिवेदी

मानव दर्शन – अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 24, 20220

मानव जीवन से नित आस यही , मिटे भ्रम , भय , कुशिक्षा । सुसंस्कार समाहित हो जग में , हो जन -जन की यह प्रबल इच्छा । जन-जन में…

नशा मुक्ति- अमरनाथ त्रिवेदी

नशा मुक्ति- अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 24, 20220

नशा सेवन करने से , कितने घर बर्बाद हुए ? शत्रु जिसको समझा आपने , उसके घर आबाद हुए । नशा छोटी हो या बड़ी , दुखदायी बड़ी होती है…

फूल बनूँ- अमरनाथ  त्रिवेदी

फूल बनूँ- अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 22, 2022December 22, 20220

फूल बनूँ ; काँटें न बनूँ , सबके मन का मीत बनूँ । रगड़ा नही किसी जन से हो , जन – जन का संगीत बनूँ । आये हैं इस…

गुण – अवगुण- अमरनाथ त्रिवेदी

गुण – अवगुण- अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 20, 20220

गुण -अवगुण धर्मिता को , प्रकृति भी वरण करती है । जहाँ प्रकृति सृजन है करती , विनाश बीज भी बोती है । सूर्य तम का नाश है करता ,…

नारी  व्यथा- अमरनाथ त्रिवेदी

नारी व्यथा- अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 18, 20220

आज के भटकते समाज मे , नारी की स्थिति क्या होती है ? दिन -रात निज कर्म में रह , अभिशप्त जीवन ही जीती है । सीता – सावित्री की…

सर्दियों में -अमरनाथ त्रिवेदी

सर्दियों में -अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 17, 20220

इन सर्दियों में ,गरीबों की रौनक रसहीन हो जाती है । सर्द थपेड़ों से जीना मुहाल हो जाती है । चारों ओर शाम ढलते ही सन्नाटा पसर जाता है ।…

कर्त्तव्य- अमरनाथ  त्रिवेदी

कर्त्तव्य- अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 16, 20220

देव -दृष्टि का स्वपुँज , कर में लिए क्यों फिरते हो ? संतप्त हो या अभिशप्त अभी , कुछ क्यों न धरा हेतु करते हो ? परिवर्तन करना वश में…

उलझन -अमरनाथ त्रिवेदी

उलझन -अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 15, 20220

तन की पीड़ा भूल चुका पर , मन की पीड़ा भुला न पाया । सेवा अवसर आने पर भी , मन को इसमें लगा न पाया । पथ अनेक जीवन…

लौहपुरुष -अमरनाथ  त्रिवेदी

लौहपुरुष -अमरनाथ त्रिवेदी

Anupama PriyadarshiniDecember 15, 20220

जिन्दगी के पुरुषार्थ को , यथार्थ से जाना उन्हें । उस मानवी काया को , सबने लौहपुरुष माना जिन्हें । जिस पुरुष के पुरुषार्थ ने , भारत को एक कर…

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