आओ घर – घर दीप जलाएं जाति धर्म सब भूल कर, आओ जलाएं मिलकर एक दीप प्यार का, खुशियों की संसार का, सरल – समरस व्यवहार का, रोशनी के त्योहार…
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बादल, आशीष अम्बर
छोटी-छोटी बूँदें लाएँ, ये मतवाले बादल, श्वेत-स्लेटी, नीले-पीले, भूरे-काले बादल। कैसे-कैसे रूप बदलते, करते जादू-मंतर, हाथी जैसे कभी मचलते, गरजन करें निरंतर। इधर-उधर घोड़ों-से दौड़े, चाबुक वाले बादल, छोटी-छोटी…
हमारी धरती – आशीष अम्बर
पृथ्वी दिवस विशेष धरती है जीवन का आधार , आओ मिलकर करें विचार , मानव क्यों कर रहा निष्ठुर व्यवहार, धरती कर रही अब यही पुकार । पृथ्वी दिवस का…