पवित्र रक्षाबंधन-धीरज कुमार

पवित्र रक्षा बंधन भाई बहन का प्यार दर्शाता है। पर्व है यह रक्षाबंधन।। सभी रिश्तो में प्यारा है। खुशियों के साथ मनाते रक्षाबंधन।। एक रक्षा सूत्र में बंधा हुआ है।…

ये मेरा हिंदुस्तान-धीरज कुमार

ये मेरा हिंदुस्तान अलग-अलग है हम सभी, अलग हैं अपनी शान। अलग-अलग है रंग रूप पर अलग नहीं पहचान। यह मेरा हिंदुस्तान है प्यारा हमको अपना हिंदुस्तान ।। आंख उठाकर…

पैसे पेड़ पर नहीं उगते-धीरज कुमार

पैसे पेड़ पर नहीं उगते ये दुनिया ईश्वर की रचना। फल-फूल पेड़ पर है उगते।। पैसे-रुपए है मानव की रचना। पैसे पेड़ पर नहीं उगते।। बहुत मेहनत करो और कड़ी…

मैं-धीरज कुमार

मैं कभी सोच कर समझा कभी कि कौन हूं मैं ? इस धरती पर जन्मा कहां से आया हूं मैं ? कई रिश्ते नाते बने मुझसे कितने निभा रहा हूं…