नदारद आया दौर फ्लैट कल्चर का, देहरी, आंगन, धूप नदारद। हर छत पर पानी की टंकी, ताल, तलैया, कूप नदारद।। पैकिंग वाले चावल, दालें, डलिया, चलनी, सूप नदारद।। बढ़ीं गाड़ियां,…
Teachers of Bihar- The Change Makers
नदारद आया दौर फ्लैट कल्चर का, देहरी, आंगन, धूप नदारद। हर छत पर पानी की टंकी, ताल, तलैया, कूप नदारद।। पैकिंग वाले चावल, दालें, डलिया, चलनी, सूप नदारद।। बढ़ीं गाड़ियां,…