युगपुरुष स्वामी विवेकानंद-मनु कुमारी

युगपुरुष स्वामी विवेकानंद गुरु सेवाकर जिसने अपने जीवन में था सबकुछ पाया, जीवनकाल में हीं जिसने मृत्यु के रहस्य को ढूंढ निकाला, निज मुक्ति से बढ़कर जिसने राष्ट्र सेवा को…

मेरी बिटिया-मनु कुमारी

मेरी बिटिया बिटिया मेरी अब पलटने लगी है, सभी के दिलों में उतरने लगी है। पलटना भी है एक विकासात्मक प्रक्रिया, ये बदलाव उसमें अब आने लगी है, बिटिया मेरी…

सरिता-मनु कुमारी

सरिता सरिता ! हां, मैं हूँ सरिता! मैं हीं हूँ तनूजा ! परोपकार की जीती जागती मूर्ति, अपने लिए कुछ नहीं सोचती, मुझे आता है सिर्फ देना, सृष्टि के समस्त…

परोपकार-मनु कुमारी

परोपकार एक थी रानी, बड़ी है मार्मिक उसकी कहानी, रानी के पास सबकुछ था, धन-दौलत रूपये पैसे, बंगला गाड़ी, सोने चांदी, पद प्रतिष्ठा, ऐशोआराम, सुख के थे साधन तमाम, फिर…

उन्मुक्त गगन-मनु कुमारी

उन्मुक्त गगन श्रृष्टि के सभी प्राणियों को भाता है स्वतंत्र रहना, पशु हो या पक्षी सभी चाहते हैं उन्मुक्त गगन में रहना। इसलिए तुम, उड़ लेने दो बेटियों को भी…

तिरंगा-मनु कुमारी

तिरंगा तीन रंगों का अपना झंडा नाम है इसका प्यारा “तिरंगा” तीन रंगों का है गुण विशेष इन गुणों को धरें हम रखें न द्वेष। केशरिया बल भरने वाला, दुश्मनों…

वृक्ष लगाओ-मनु कुमारी

वृक्ष लगाओ वृक्ष लगाओ, जीवन बचाओ। वृक्ष है जीवन का आधार इसलिए वृक्ष लगाओ यार। वृक्ष से फल सभी को मिलते जिससे शरीर को सभी विटामिन मिलते। फल, फूल, तेल…