माँ- दीपा वर्मा

माँ के बिन न हमारा अस्तित्व संभव है। न हमारा जीवन। न संसार , न हमारे अच्छे संस्कार। दुनिया मे अगर कोई हमारा सगा है तो हमारी माँ। मां की…

माँ तुम कितनी अच्छी थी- नीतू रानी

विषय – माँ (मदर्स डे) शीर्षक -माँ तुम कितनी अच्छी थी। माँ माँ तुम कितनी अच्छी थी बिल्कुल देवी जैसी थी , हृदय तुम्हारा स्वच्छ व शीतल पवित्र नदी गंगा…

माँ की याद- संजय कुमार

बहुत याद आती है माँ तुम्हारी अब वो आँचल कहाँ से लाऊँ, जहाँ छुपाकर हर दुख से मुझे बैठकर आपने थी रात गुजारी। कहाँ गयी मुझे छोड़कर माँ, बहुत याद…

दोहावली – देव कांत मिश्र

दोहावली हे माता सुरपूजिता, करूँ चरण प्रणिपात। मैं मूरख मतिमंद हूँ, भरो ज्ञान-अवदात।। अमिय ज्ञान देना मुझे, देना स्वर झंकार। हृदय-मग्न गाता रहूँ, लेकर अनुपम प्यार।। वाणी मधुरिम हो सदा,…

ज्ञान दायिनी – अशोक कुमार

ज्ञान दायिनी हे ज्ञान दायिनी, अबोध बालक पुकारे। बसंत पंचमी को आ जा, हमें दर्शन करा जा।। मुझमें विद्या का ज्ञान भरदें, मेरा काया कल्प करदे। अपनी कृपा की ज्योती,…

सरस्वती वन्दना – रीना कुमारी

सरस्वती वन्दना माँ शारदे, माँ शारदे तुम हो भवानी वर दे। माँ शारदे। मैं बालक तू मेरी माता बड़ा गहरा है माँ तेरा मेरा नाता। मुझमें विद्या का ज्ञान भरदे।…

माँ-प्रियंका दुबे

माँ  सीमाओं से परे अभिव्यक्ति से ऊपर एक शब्द नहीँ बल्कि सृजन की एक अनोखी गाथा। स्वयं में समाहित ममता त्याग और संरक्षण का अभूतपूर्व विश्व, सर्वोपरि शुभचिंतक तो हो…

मां-नूतन कुमारी

मां तेरा विस्तार करुँ कैसे ओ माँ, तू शब्दों का मोहताज नहीं, तेरा वर्णन दिव्य अलौकिक है, यह मेरे वश की बात नहीं। ईश्वर भी नतमस्तक होते, तेरी ममता से…