गीत सुख में जाए दिन-रात गुजर।मैहर वाली मैं हर दें गर।। सुंदर मनहर गीत लिखा है।माता से निज प्रीत लिखा है।।शब्दों का नवनीत लिखा है।भक्ति भावना रीत लिखा है।।आनंदित करता…
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मां भवानी – रामपाल प्रसाद सिंह अनजान
पद्धरी छंदसम -मात्रिक छंद, 16 मात्राएँआरंभ द्विकल से,पदांत Slअनिवार्य। प्रकट सिद्धिदात्री दिव्य भाल।आभासी अतिविकट विकराल।।पूर्ण कर अभ्यागत के आस।भर दें संस्कारित सुर सुभाष।। मात को करे जगत्सत्कार।रे मनमा !अब बचा…
माता रानी – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
माता रानी का भजनआंचलिक भाषा में तोहर माथे में मुकुट गले हार सोहे ला,माई दसों हाथ तोहर हथियार सोहे ला।कर में कंगन सोहे भाल सोहे बिंदिया,असुरों के देख तोहे आवे…
रुठी क्यों दुखहरणी माता- बिंदु अग्रवाल
रूठी क्यों दुखहरणी माता रूठी क्यों दुखहरणी माताकैसे मैं तुझे मानाऊँ?कैसी विकट प्रतीक्षा की हैकैसे मैं तुझे बताऊँ? न जानूँ मैं जप तप ध्यानाकैसे तुझे रिझाऊँ?मुझमें नहीं है धैर्य राम…
मां भगवती – राहुल कुमार रंजन
मां भगवती! शक्ति का सागर,तेरे चरणों में है जग सारा।भक्त तेरे गुण गाते हरदम,तू है सबकी नैया का किनारा। रक्तचरण और श्वेत वसन में,सिंह पर विराजी वीर भवानी।तेरी कृपा से…
माता की सवारी – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
मनहरण घनाक्षरी छंद आश्विन पावन मास,नवरात्र होता खास,इस बार माता जी की, हाथी की सवारी है। श्रद्धा रख नर नारी-सामग्री खरीद रहे,भक्ति भाव रख करें, पूजा की तैयारी है। थाल…
मां आ जाओ- रुचिका
हर उलझन कैसे सुलझेयह राह हमें दिखलाओ।आओ माँ मेरे जीवन सेकष्ट सारे तुम हर ले जाओ। तुम्हारे आने से आत्मबल मिलता है,दुःख तकलीफ़ में भी अवलम्बन दिखता हैआओ मेरे जीवन…
माँ- दीपा वर्मा
माँ के बिन न हमारा अस्तित्व संभव है। न हमारा जीवन। न संसार , न हमारे अच्छे संस्कार। दुनिया मे अगर कोई हमारा सगा है तो हमारी माँ। मां की…
माँ तुम कितनी अच्छी थी- नीतू रानी
विषय – माँ (मदर्स डे) शीर्षक -माँ तुम कितनी अच्छी थी। माँ माँ तुम कितनी अच्छी थी बिल्कुल देवी जैसी थी , हृदय तुम्हारा स्वच्छ व शीतल पवित्र नदी गंगा…
माँ की याद- संजय कुमार
बहुत याद आती है माँ तुम्हारी अब वो आँचल कहाँ से लाऊँ, जहाँ छुपाकर हर दुख से मुझे बैठकर आपने थी रात गुजारी। कहाँ गयी मुझे छोड़कर माँ, बहुत याद…