माँ माँ है ममता, माँ है प्यार। माँ है जीवन का आधार। माँ से ही है जीवन, माँ है जीवनदायिनी। आँखों में माँ, बातों में माँ, रुधिरों में माँ बहती…
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माँ-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
माँ माँ ही जग में गुरु प्रथम, देती पहला ज्ञान। शीश झुकायें नित चरण, करें सदा सम्मान।। महिमा माँ की जानिए, माँ है देवी रूप। कौन चुका सकता कभी, ममता…
माँ-संयुक्ता कुमारी
माँ माँ की स्नेह गाथा मैं क्या खोलूँ । माँ की करुणा पर क्या बोलूँ ।। माँ कैसी भूलूँ वह मीठी यादें । कैसे भूलूँ वह प्यारी साथे । आपकी…
माँ-प्रियंका कुमारी
माँ छोटा सा शब्द है “माँ” पर इसका न कोई मोल है यह तो वह होती हैं जो दुनियाँ में सबसे अनमोल है। माँ शब्द में छुपा हुआ वह शक्ति…
माँ-प्रभात रमण
माँ आँख खुली तो तुमको पाया रेंग रेंगकर खड़ा हुआ । तेरी ममता की छाया में न जाने कब बड़ा हुआ । ईश्वर का दूसरा रूप हो तुम नव प्रभात…