मैं हिन्दी हूँ मैं हिन्दी हूँ, थोड़ी घबराई हुई-सी हूँ। अपने अस्तित्व के खो जाने के डर से। कहीं मैं भी सिर्फ किताबों की, भाषा बनकर ही ना रह जाऊँ।…
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