राम नाम की है धुन, रम जाओ हम-तुम। रामनवमी में आज़, घर-घर गान है।। ध्वजा घर-घर से, हैं गगन को छु रहें। जुड़े तार राम से जो , मध्य हनुमान…
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गज़ल – विनय कुमार ‘ओज
चाँद की भूमि पर यान भारत का है, छू लिया है गगन मान भारत का है। |1| चाँद पर हैं लिखे गीत कवि- कल्पना, “चाँद मुठ्ठी में” नवगान भारत का…
दोहावली-विनय कुमार ‘ओज’
दोहावली ज्ञान और अनुभव बिना, लगे कठिन सब काज। मेहनत वो बेकार सा, नहीं अगर ये साज़।१। शिखर सफलता के चढ़ो, मत खोना तुम आस। पर पीछे मुड़ देखना, अपने…
दोहावली-विनय कुमार ‘ओज’
दोहावली जीवों में तुम श्रेष्ठ हो, पाया तीक्ष्ण विवेक। मानवता कहती बनो, उत्तरदायी नेक।। विपदा में जब हो घिरा, हारा मन इंसान। संबल देता जो उसे, सच में वो भगवान।।…
सुबह की रोटी-विनय कुमार “ओज”
सुबह की रोटी आधुनिकता के चक्कर में भईया रोटी बासी भूल गये, सुबह का नाश्ता, मैगी-बिस्किट खाकर ख़ुद को कूल कहे। चीनी, जलेबी, गुड़, पेड़ा, घी संग बासी रोटी भाता…
दोहे-विनय कुमार ओज
दोहे ऋण न किसी का भूलिए, मत भूलें उपकार। ऋण जो आप उतार दें, मन से जाए भार।। वाणी मरहम भी करे, अरु करती है घाव। वाचा विष मत घोलिये,…
जीवन में हो लक्ष्य-विनय कुमार ओज
जीवन में हो लक्ष्य जीवन में लो इक लक्ष्य, भेद सकते जो। संघर्ष करो तुम घोर, जीत सकते हो।। हारो नही रखो धैर्य, पीर सह जाओ। पथरीले जो हो मार्ग,…
हिंदी की महिमा-विनय कुमार ओज
हिंदी की महिमा भारत की पहचान है, भारत की है शान हिन्दी की महिमा बड़ी, हिन्दी है मेरी मान भाषा सबसे ही सरल, दूजा है अनमोल जग में है सबसे…
शहर-विनय कुमार ओज
शहर शहरों की रौनक होती भीड़ है पर ये तो सहता रहता पीर है हरित, शांति को ये सदा तरसता पल-पल वाहनों से धुआँ बरसता जहाँ भी देखो शोर-शराबा है…
डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन-विनय कुमार ओज
डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन गुरु दीप्तमान रहें गुणवान जाने जहान कृष्णन महान उत्तम विचार सदय व्यवहार न तनिक गुमान ईश्वर समान क्या हो बख़ान था सब निदान दे योगदान…