संचार के बदलते साधन एक समय ऐसा भी था। जब संदेश वाहक होते थे कबूतर प्यारे। पैरों में संदेश बंधा हुआ पहुंचाते थे हमारे।। समय बदला खुल गए डाकघर। पत्र…
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