सीख-नूतन कुमारी

सीख मुसाफ़िर वो नहीं होता, जो केवल बन पथिक गुजरे, वही अंगार अनुपम हो, कमल-पद की, निशां छोड़े। गुज़रते पल को मत झाँको, यही अनुभव सिखाता है, जीवन को मान…