हाथ धुलाई शान बने-दिलीप कुमार गुप्ता

हाथ धुलाई शान बने अगणित कीटाणु रोगाणु पाते बसेरा पंजे में नख वज्रगृह हों जैसे पाते पोषण खुब मजे में । सुस्वादु व्यंजन संग सहज उतरते आमाशय में  नयन नासिका…