हे भारतभूमि तुम्हें नमन तू स्वर्ग से भी प्यारी हो, माँ के जैसी हीं न्यारी हो, बिना भेदभाव के हर प्राणी के, जीवन को तू हीं संवारी हो l प्यासे…
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