हे भारतभूमि तुम्हें नमन तू स्वर्ग से भी प्यारी हो, माँ के जैसी हीं न्यारी हो, बिना भेदभाव के हर प्राणी के, जीवन को तू हीं संवारी हो l प्यासे…
SHARE WITH US
Share Your Story on
writers.teachersofbihar@gmail.com
Recent Post
- होली का त्योहार है आया- आशीष अम्बर
- होलिका दहन- संजय कुमार
- होली- शैलेन्द्र भूषण
- वसंत- शैलेन्द्र भूषण
- शक्ति का रूप नारी – रामकिशोर पाठक
- नन्ही आँखों में सपनों का जहाँ- सुरेश कुमार गौरव
- जन्नत भी वही, जहांँ भी उसी से- अमरनाथ त्रिवेदी
- फणीश्वरनाथ रेणु: विधा- दोहावली- रामकिशोर पाठक
- वन्य जीव बचाएँ, प्रकृति महकाएँ- सुरेश कुमार गौरव
- प्रेम की पराकाष्ठा- अवनीश कुमार