शर्माना क्या घबराना क्या?

शर्माना क्या घबराना क्या? ये लाल दाग नही सृष्टि की जान है! आरम्भिक जीवन की बसती प्राण है! वंश विस्तार प्राकृतिक पहचान है! शर्माना क्या घबराना क्या? पीड़ा और स्त्री…