राहुल कुमार रंजन -हिंदी दिवस

जैसी माँ की बिन्दी, वैसी है हमारी हिन्दी। लालिमा लिए ललाट पे चमके, शब्द-शब्द में सौंधी महके। संस्कारों की प्यारी गाथा, मिट्टी की खुशबू का साथा। कबीर की दोहे वाली,…