विद्यालय प्रवेशोत्सव
विद्यालय मना रहा है
प्रवेशोत्सव, मानो हो कोई त्योहार,
मुन्ने-मुन्नियों की किलकारियों से विद्यालय फिर से हो रहा गुलजार,
सभी खुश हैं पाकर एक दूजे का साथ,
लौटी है रौनक फिर से विद्यालय के पास।
शिक्षक दिख रहे हैं करते
अपने दायित्व का निर्वाह!
बाल पंजी हो या हो प्रभात फेरी,
या हो शिक्षा समिति की बैठक
सभी ले रहें है बढ़-चढ़कर भाग।
अभिभावकों में भी दिख रहा है उत्साह और उल्लास,
अपने बच्चों के नामांकन को लेकर सरकारी विद्यालय उन्हें आ रही रास,
बच्चे भी उमंग में बढ़ा रहे हैं अपने पग,
आ रहे हैं विद्यालय, होकर हर्षित और सजग।
केवल नामांकन ही नहीं है काम हमारा,
निःशुल्क, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पाना सबका है यह अधिकार बताना!
शिक्षा है वो अद्भुत प्रकाश,
जिससे मिटती है चहुं ओर अंधकार।
संकल्प है हमारा एक भी बच्चा न छूटेगा,
कापी-किताब बस्ता लेकर सभी विद्यालय आएगा,
अक्षर-अक्षर जब गूंजेगा
भाल इनका भी चमकेगा।
आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं,
शिक्षा को जन-जन तक फैलाएं
जब मुन्ने-मुन्नियां खूब पढ़ेंगें,
उड़ान सफलता की खुद भरेंगे!
आँचल शरण
बायसी पूर्णियां बिहार