विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस
हर महीने वेदना से भरा वो दिन
हर एक स्त्री के जीवन में आता है,
प्रजनन चक्र का प्राकृतिक हिस्सा
यही तो मासिक धर्म कहलाता है।
आधुनिक होते समाज में आज भी
माहवारी से जुड़ी कई भ्रांतियां फैली है,
कुत्सित विचार वाले लोगों के कारण
हमारे समाज की सोच आज भी मैली है।
आइए हम सब परियड्स को लेकर
देश के हर घर में जागरूकता फैलायें,
स्त्री के शारीरिक बदलावों के बारे में
चुप्पी तोड़ कर बच्चियों को भी बतायें।
रजोधर्म के इस विशेष दिवसों में
हर स्त्री खुद का भी रखे ख्याल,
साफ-सफाई में न हो लापरवाही
सैनिटरी नैपकिन का करे इस्तेमाल।
“विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस” पर
घर-घर तक यह संदेश पहुचाना है,
मासिक धर्म कोई अपराध नहीं
हर नारी को संक्रमण से बचाना है।
@रचनाकार-
नरेश कुमार “निराला”
सहायक अध्यापक
छातापुर, सुपौल (बिहार)