चलो झूम के नाचें गाएँ ,
मिल जुलकर हम खुशी मनाएँ।
हम प्यारे बच्चे कितने अच्छे,
जितने नील गगन के तारे सच्चे।
सच्ची बात हम ही हैं करते,
नहीं तनिक कहीं भी डरते।
मम्मी पापा प्यार से हमें पुकारें,
हम हैं उनके राज दुलारे।
हम उनका नित कहना मानें,
अपने कर्त्तव्य को भी पहचानें।
हम कभी नहीं झगड़ा करते हैं,
सबके साथ मिलकर रहते हैं।
हम हैं धरती के चाँद सितारे,
लगते कितने हम सब प्यारे।
मिल जुलकर रहना सही है,
जीवन का संगीत यही है।
हम सब खेलें खाएँ मिठाई ,
साथ- साथ भी करें पढ़ाई।
पढ़ाई -लिखाई की अपनी शान,
खेल-कूद में बच्चों की जान।
पढ़ -लिख करें अपना कल्याण,
देश बनेगा तभी महान।
पल- पल की हम खुशी मनाएँ
आओ गीत खुशी के गाएँ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड- बंदरा, जिला- मुज़फ्फरपुर