आओ वृक्ष, लता को जानें- अमरनाथ त्रिवेदी

Amarnath Trivedi

आओ वृक्ष, लता को जानें

आओ बच्चों तुम्हे पहचान कराएँ ,
वृक्ष , लता आदि का ज्ञान कराएँ ।
इनमें सभी सजीव ही होते ,
ये वनस्पति के रूप दिखाए ।।

जो होते पेड़ लम्बे और मजबूत तनेवाले ,
वही कहलाते  इस जगत के वृक्ष हमारे ।
ये सब वनस्पति   जाति के होते ,
ये करते सबके मंगल सारे ।।

आम , शीशम , नीम के पेड़ जो होते ,
वे लंबे , मोटे  बहुत ऊँचे होते ।
उनकी लकड़ी मजबूत है होती ,
बिना काटे अपनी ऊँचाई न खोते ।।

दर्जनों प्रकार के वृक्ष जगत में ,
सबका अपना अपना मान हैं होते ।
इन वृक्षों से ही फर्नीचर बनते ,
जिस पर बैठ सभी आराम फरमाते ।।

कद्दू , नेनुआ , खीरा  पौधे की लताएँ,
इन सबको जरूरत हैं सहारे ।
बिना सहारे ये चढ़ नहीं पाते ,
अपने तना को सदा कमजोर ही पाते ।।

ऐसी  अनेक  और    लताएँ    होतीं ,
जिनको सहारे की जरूरत है पड़ती ।
पर  इनके फल होते अति पावन ,
जो मानव को लगते अति भावन ।।

अब बच्चों शाक समझना बहुत जरूरी ,
इनके तने बहुत होते हैं कोमल ।
बथुआ , पालक इस श्रेणी में आते ,
इन्हें खाने से पेट में न कभी पकड़ता मल ।।

झाड़ी से बहुत औषधीय चीज मिलते ,
तुलसी  ,नींबू  , वासा इनमें खास हैं होते ।
इनकी लंबाई चार मीटर से अधिक न होती ,
इनमें झाड़ जड़ के शुरू से निकलते ।।

छोटे रूप में सभी पौधे कहलाते ,
जब वे छोटे रूप में रोपे जाते ।
पौधा कहना एक सामान्य सी भाषा ,
बीज भेद से कोई छोटे बड़े बन जाते ।।

अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

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