शिव की महिमा देवों के हे देव महादेव , पूजा नित्य आपकी करते । तन , मन , धन ,भक्ति भाव को , नित्य आपके दर अर्पण करते…
Author: Ram Kishor Pathak
विद्यालय में आओ – ध्रुव छंद – राम किशोर पाठक
विद्यालय में आओ – ध्रुव छंद विद्यालय में आओ, लेने ज्ञान। गुरुजन करते रहते, दिशा प्रदान।। नित्य नया कुछ सीखें, बने उदार। जीवन मंत्र मिला है, करिए प्यार।। अपनी कमी…
शिक्षा – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
शिक्षा शिक्षा का सरोकार ज़ब बाजार बन गया , इंसान जो इंसान था बेईमान बन गया। आ जाओ जरा झाँक मन अपना देख ले , काला और स्याह हिंदुस्तान बन…
स्वामी विवेकानंद – गिरींद्र मोहन झा
स्वामी विवेकानंद (12 जनवरी, 1863- 4 जुलाई, 1902) हे पुरुष-सिंह ! हे मानवता के अवतार ! बचपन से ही तुम थे दानी परम उदार, हे नरेन्द्र ! बचपन बीता खेल-खेल…
नमामि शंभु- राम किशोर पाठक
नमामि शंभु कृपालु शंकर आदि सुरेशा। नमामि शंभु महिषं महेशा।। त्रिलोचनाय कालं करालं। रूपं अनूपं तव चंद्र भालं।। जटा- जूटधारी हरणं क्लेशा। नमामि शंभु महिषं महेशा।। ओमकार रूपं निराकार रूपं।…
शिवम नमः – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
शिवम नम: तुम व्रह्म हो व्रह्माण्ड के जीवंत मूल सार के, सहस्त्र गंग धार के, तुम प्रेम के प्रकाश के, अनंत दिग दिगंत के, तुम ब्रम्ह हो ब्रह्माण्ड के, नमः…
विश्व जनसंख्या दिवस – राम किशोर पाठक
विश्व जनसंख्या दिवस माह जुलाई की जुड़ा, एक अनोखी तार। ग्यारह आती तिथि जहाँ, होता नया प्रचार।। जनसंख्या के आंकड़े, पकड़ी जब रफ्तार। विश्व इकठ्ठा हो गया, करने यहाँ विचार।।…
गुरुजन – राघव दुबे
गुरुजन गुरुजन होते हैं सदा, जीवन की पतवार । उनसे ही हम सीख कर, रचते नव संसार । रचते नव संसार, समय पर खरे उतरते । सीख बने वरदान, पंथ…
जगत में गुरु से न कोई महान- अमरनाथ त्रिवेदी
जगत में गुरु से न कोई महान ज्ञान है मिलता गुरु कृपा से , मिलता हर भय से त्राण । वंदे तू गुरु की कीमत जान । जगत में …
हे गुरु- स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
हे गुरु हे गुरु स्वीकार करना इक नमन संस्कार रे मन, जागने के फन का तू ही है मेरा आधार रे मन, स्वर्ण आभा स्वर्ग सुख या हो जगत आधार…