आम फलों का राजा है
बड़े बड़े और पीले पीले ,
होते आम बड़े रसीले ।
सभी फलों का राजा है यह ,
सभी फलों से ताजा है यह ।
आम धरती का अमृत फल है ,
चाहत बनी रहती हर पल है ।
जो भी खाता खुश हो जाता ,
सभी के मन को खूब है भाता ।
जून जुलाई में आम खूब हैं पकते ,
सभी बाजारों में यह खूब है दिखते ।
हम सब बच्चे खुश हो जाते ,
बड़े प्रेम से इसे हैं खाते ।
सेहत का यह बड़ा खजाना ,
मीठे स्वाद का सब दीवाना ।
किस्म इसके अनेक होते हैं ,
जीवन में रस अमृत बोते हैं ।
कच्चे आम खट्टे लगते हैं ,
कई रूपों में अचार बनते हैं ।
चटनी इसकी मजेदार है बनती ,
यह सब चटनी से अच्छी लगती ।
हम बच्चों को खूब यह भाए ,
यह फल वर्ष बाद मिल पाए ।
हर वर्ष आम का पेड़ लगाएँ ,
धरती को हम स्वर्ग बनाएँ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर
