क्यों नहीं बरसता पानी – शैलेन्द्र भूषण

क्यों नहीं बरसता पानी ?


रोज तो घिरते है
काले – काले बादल
पर नहीं बरसते
न आती है आँधी
न उड़ते हैं धुल – धक्कड़
न चमकती हैं बिजलियाँ
न गरज – गरज बरसता है पानी
न गाता कोई मेघ – मल्हार
न बूढी दादी गाती है बरसाती
न बच्चे कहते हैं अब
एक मुठ्ठी सरसों,पिट – पिट बरसो
न घुमते हैं पाँच पंच घर – घर
न फेंके जाते हैं उनपर पानी
न भौजाई छींटती है पानी
अपने देवरों पर
न नहाता है कोई आधी रात को
कोई तैयारी नहीं
बरसात को बुलाने की
मोबाईल और टीवी पर
सुनकर अधकचरे समाचार
आज भारी वर्षा की आशंका है
सभी निश्चिंत हो जाते हैं
कैसे आये बिना स्वागत बरसात?
रिमझिम – रिमझिम बरसे पानी
बदल चुके हैं
सारे नियम और कहानी
लोग पूछते हैं
क्यों नहीं बरसता पानी ?

     -- शैलेन्द्र भूषण
      प्रधान शिक्षक

न.प्रा.वि.पकडिया भूमिहारी टोला
हरसिद्धि , पूर्वी चम्पारण

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