सबको मिलकर लड़ना होगा।
हरदम आगे बढ़ना होगा ।।
महँगाई से लड़ना है अब ,
जिसने लूटा चैन सभी का ।
इसके कारण रोते हैं सब ,
यह है दुश्मन देख अभी का ।।
उत्पादन ज्यादा कर हमको ,
इससे आज निपटना होगा ।
सबको मिलकर लड़ना होगा ।।
लड़ना होगा मजहब के उन ,
अंधे बहरे सब लोगों से ।
खून पिए मानवता का जो ,
आडंबर एवं ढोंगों से ।।
हमें धर्मगत पाखंडों से ,
मन से आज उबरना होगा ।
सबको मिलकर लड़ना होगा ।।
निर्धनता एवं बेकारी ,
दोनों से है हमें लड़ाई ।
त्रस्त रही है जनता इससे ,
होगी कैसे बोल भलाई ।।
श्रम करने से नहीं डरें तो ,
रज को सोना बनना होगा ।
सबको मिलकर लड़ना होगा ।।
सुधीर कुमार , मध्य विद्यालय शीशागाछी ,
प्रखंड टेढ़ागाछ , जिला किशनगंज , बिहार
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