कीर्तन भजन करें,
गुरु को नमन करें,
दिवस की शुरुआत करें ईस्ट ध्यान से।
नित्य दिन सैर करें-
सूर्योदय से पहले,
तन मन शुद्ध करें, गंगा जल स्नान से।
भूख से भी कम खाएं,
रोज थोड़ा गम खाएं,
शरीर को पुष्ट करें, हल्का जलपान से।
थोड़ा भाग कमाई का-
बचाएँ भविष्य हेतु,
धन का सदुपयोग होता रोज दान से।
जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
म.वि. बख्तियारपुर पटना
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