चित्रधारित सृजन – नीतू रानी

जल से भरकर पात्र को
रखना निशदिन भाय,
आएगी चिड़िया पानी पीने
जाएगी प्यास बुझाय।

पीती है पानी चिड़िया
हृदय से निकलता धन्यवाद,
जो पानी पिलाने का पुण्य करता
वह लेता सबसे आशीर्वाद।

ठंढा- ठंढा पानी देख
रोज चिड़िया करती स्नान,
स्नान कर पूजा करती
करती प्रभु का ध्यान।

गर्मी में प्यासे जीव को
जो ठंढा पानी पिलाता है,
वह बड़भागी प्राणी है
जो सीधे स्वर्ग को जाता है।

Nitu

नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।

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