दोहा
कुँवर सिंह
मात्रा — २४
यति — १३,११
कुँवर सिंह के त्याग को , कैसे जाएँ भूल ।
देश भक्ति की राह में , सदा बिछाए फूल ।।
जन्म दिवस पर हम उन्हें, आओ कर लें याद ।
दें उनको सम्मान हम , फिर वर्षों के बाद ।।
लड़े लड़ाई थे कई , अंग्रेजों के साथ ।
धूल चटाए थे उन्हें , नहीं झुकाए माथ ।।
देश बचाने के लिए , दे दी अपनी जान ।
राष्ट्र रहे आजाद यह , रखा हमेशा ध्यान ।।
किया समर्पित बाँह निज , माँ गंगा को वीर ।
गाथा उनकी गा रही , देवनदी गंभीर ।।
सुधीर कुमार , किशनगंज , बिहार
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