मित्रता जीवन की अनमोल निधि – अमरनाथ त्रिवेदी

Amarnath Trivedi

मित्रता जीवन की अनमोल निधि

मित्रता जीवन की अनमोल निधि है ,
यह एक दूसरे से जुड़ने की विधि है ।

मित्रता वह अमूल्य   रतन है ,
इसे  तोल कब सकता धन है ।

जीवन में इसका बहुत महत्व है ,
यह जीवन में लाए समत्व है ।

जग में  मित्र वही सच्चा होता है ,
जो विपत्ति में न कभी साथ छोड़ता है ।

मित्र ही ऐसा  सहायक सच्चा होता है ,
उसके सामने  वह दुख ढोता है ।

मित्र एक दूजे के तभी हैं बनते ,
जब एक दूसरे के कुछ गुण भी मिलते ।

मुश्किल में जब सारा छोड़ चला जाता है ,
सच्चा मित्र ही जग में तब काम आता है ।

जो बात लोग किसी से न कहते ,
मित्र से वही बात हँस हँसकर करते ।

मित्रता मानव जीवन की अनमोल कहानी ,
यह जीवन के सुख दुःख के प्रेम की जुबानी ।

इसमें प्रेम , धैर्य , धन  संयम की होती परीक्षा ,
इसमें  होती सहनशीलता और गरीबी में भी समीक्षा ।

दो मित्र के बीच विग्रह कभी न आए ,
जब तक तीसरा व्यक्ति  बीच में न जाए  ।

अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

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