मेरी कलम बहुत छोटी – नीतू रानी

Nitu

मेरी कलम बहुत छोटी
लिखती है छोटी और मोटी,
रूकने का कभी नाम नहीं लेती
अंग्रेजी, हिंदी सबकुछ लिखती।

कभी पर्स में कभी जेब में
कभी टेबल पर खड़ी वो रहती,
कभी स्कूल में कभी काॅलेज में
परीक्षा में तीन घंटे तक चलती।

मेरी कलम गीत भी लिखती
ग़ज़ल ,शायरी , चुटकुले लिखती,
चित्र बनाती चिट्ठी लिखती
सुंदर -सुंदर भजन भी लिखती।

मेरी कलम कविता लिखती
कहानी, लघुकथा,प्रेरक प्रसंग भी लिखती,
बच्चों के अ आ से लेकर
एक से सौ तक भी लिखती।

मेरी कलम तस्वीर बनाती
कभी संत भगवंत बनाती,
कभी चारों वेद रामायण
गीता , उपनिषद ग्रंथ भी लिखती।

मेरी कलम कभी किसी को फँसाती
कभी किसी को मुक्त कराती ,
कभी किसी के कान पर बैठकर
बड़े मजे से सबको निहारती।

मैं अपनी कलम की तारीफ
करना कभी नहीं भूलूँगी,
जबतक मैं जिंदा रहूँगी
इसको अपने पास मैं रखूँगी।


नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।

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