मेरी गुड़िया रानी बोल,
क्यों की है तुम चप्पल गोल।
चप्पल रोज पहनकर आती,
गोलाकार में उसे सजाती।
गोल चप्पल के अंदर खड़ी है,
लगती कोई छोटी परी है।
तुम हो छोटी तेरा मुँह है गोल,
मेरी गुड़िया रानी बोल।
मुँह पर लटके बाल हैं तेरे,
तुमको पसंद है दूध, रोटी, केले।
दिन में इतना हल्ला करती,
जैसे कहीं बज रहा हो ढोल।
मेरी गुड़िया रानी बोल,
क्यों की है तुम चप्पल गोल।
नीतू रानी
मध्य वि. सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला- पूर्णियाँ, बिहार
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