यह भारत देश हमारा है,
यह प्राणों से भी प्यारा है।
यहाँ हिन्दु मुस्लिम सिक्ख ईसाई ,
आपस में सब भाई- भाई हैं ।
हम साथ में रहते मिलजुलकर ,
पर करते नहीं लड़ाई हैं।
हमने मिलकर इस उपवन को,
बड़े प्रेम यत्न से संवारा है ।
ये भारत देश हमारा है ।
यह राम कृष्ण की है धरा,
इस धरती का है रंग हरा ।
इस देश के लोगों के मन में ,
भक्ति भाव सदियों से भरा।
यहाँ परोपकार को पुण्य मान,
जीवन में सबने उतारा है।
यह भारत देश हमारा है।।
यहाँ बहती गंगा यमुना की धार,
यहाँ गौतम बुद्ध लिए अवतार ।
यहाँ हिमालय पर्वत है पहरेदार ,
यहाँ हुए अनेकों आविष्कार।
यहाँ ऋषि – मुनि ने सद्ज्ञान देकर,
जन – जन के जीवन को संवारा है ।
यह भारत देश हमारा है।।
यह देश है प्रगति का प्रतीक !
इसका है गौरवशाली अतीत ।
यह महापुरुषों का जन्मस्थान ।
यहाँ नारी होतीं देवी समान।
यहाँ आसमान में लहराता,
तिरंगा अपना प्यारा है।
यह भारत देश हमारा है।।
यहाँ झरने गाते मधुर गीत ,
कोयल सिखलाती प्रेम प्रीत।
ये कर्म प्रधान है देश महान ,
यहाँ धर्म में सबका बसता प्राण।
यहाँ विविधता में एकता से,
चलता सदा गुजारा है।
यह भारत देश हमारा है।।
यह भूमि है वीरांगनाओं की,
सुन वीर सपूत महानों की ।
यहाँ नारी दुर्गा काली है,
या फिर बरसाने बाली है।
यहाँ देश की आन पे सेना ने ,
कुर्बानी हीं स्वीकारा है।
वो भारत देश हमारा है।।
स्वरचित एवं मौलिक
मनु कुमारी, विशिष्ट शिक्षिका, प्राथमिक विद्यालय दीपनगर बिचारी ,राघोपुर, सुपौल
